भारत में बंदूक का लाइसेंस कैसे बनवाएं – भारत एक ऐसा देश है जिसके अंदर लोगों के पास बंदूक या अन्य हथियार होना गर्व की बात है परंतु लोग इसका उपयोग करने पर लगने वाला लाइसेंस लगाना भी जरूरी है। बंदूक के लाइसेंस को बनवाने के लिए लोगों को कार्रवाई करवानी पड़ती है जो कि सरकार द्वारा किया जाता है।यदि किसी के भी पास बंदूक या राइफल है और उसका लाइसेंस नहीं है तो आप इस Artical के मदद से जान सकते हैं कि आप उसका लाइसेंस कैसे बनवाएं और उसके लिए क्या क्या जरूरत पड़ेगी।
बंदूक की जरूरत
आज के समय में हर व्यक्तीको अपनी जान का खतरा होता है जिस कारण वह अपनी सुरक्षा के लिए बंदूक या फिर राइफल रखना पसंद करता है। कई लोग किसी सुरक्षा कंपनी में काम करना चाहते हैं तो कई कंपनी उन्हें असलाम चाहती है कि उनके कर्मचारी के पास अपनी सुरक्षा का पूर्ण बंदोबस्त हो।अगर आपके पास अपनी लाइसेंस बंदूक या राइफल है तो आपको अपनी सुरक्षा में नौकरी मिल जाती है यही कारण है कि लोगों के पास बंदूक होना जरूरी है।
इससे आपको तनख्वाह भी दूसरों से ज्यादा मिलती है और देश में कई राज्य सरकार भी आपको यहां हम गार्ड की नौकरी के लिए बंदूक या राइफल का लाइसेंस ला देते हैं। इन कुछ कारणों के कारण लोग आजकल अपने पास बंदूक रखना पसंद करते हैं जिससे वे अपनी सुरक्षा का दायित्व स्वयं संभाल सके।
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भारत में बंदूक का लाइसेंस कैसे बनवाएं
आर्म्स एक्ट 1959 के अंतर्गत भारत में बंदूक और अन्य हथियारों का लाइसेंस बनाना कानूनी तौर पर जरूरी है।इंडिया में रहने वाले सारी नागरिक सिर्फ एक ही तरह का बंदूक ले सकते हैं जो कि एनबीपी है।इस एक्ट के तहत कोई भी भारतवासी अपने सुरक्षा के दायित्व के लिए बंदूक ले सकता है परंतु उसके लाइसेंस को अप्लाई करने के लिए आपको यह बताना पड़ता है कि आप ही लाइसेंस क्यों लेना चाहते हैं। सबसे पहले आपको लाइसेंस लेने के लिए किन-किन डॉक्यूमेंट और पेपरों की जरूरत पड़ती है यह जानना जरूरी है।
आर्म्स एक्ट के तहत एक फॉर्म भर कर जमा करना पड़ता है जो कि आपको एक सरकार द्वारा डाउनलोड की गई वेबसाइट पर मिल जाएगी।भारत में किसी भी राज्य के अंदर हर प्रकार के लाइसेंस के लिए फॉर्म को जमा करना पड़ता है इसके साथ ही आप कुछ सपोर्टिंग डॉक्यूमेंट के साथ इस एप्लीकेशन फॉर्म को जिले की आर्म्स लाइसेंस ऑफिसर के पास जमा करवा देते हैं।जो कि आप की जानकारियों और सोच रहा हूं को डिस्ट्रिक्ट कमीशन या पुलिस कमिश्नर डिप्टी कलेक्टर आदि तक पहुंचा कर आपकी मंजूरी पूरी करवाता है।
जिसके बाद आपको कुछ ही हफ्तों के अंदर लाइसेंस जारी करके दे दिया जाता है।जिसका उपयोग केवल आप अपनी सुरक्षा के लिए ही कर सकते हैं अन्यथा यदि आप किसी गैर कानूनी कार्य को करते हैं तो इसके लिए भी आप पर कार्रवाई की जाएगी।
लाइसेंस के लिए जरूरी डाक्यूमेंट्स
बंदूक के लाइसेंस बनवाने के लिए आपको कई प्रकार के डॉक्यूमेंट देने होते हैं जिसके अंदर आपको आपकी नहीं पहचान अपना पता और एक फिटनेस प्रूफ देना होता है।इसके अलावा आपको दो पासपोर्ट साइज की फोटो भी देनी होती है और साथ ही मैं आपको अपना पहचान पत्र या नहीं वोटर आईडी कार्ड या आधार कार्ड के साथ पिछले 3 साल का इनकम टैक्स रिटर्न्स की पूरी जानकारी देनी होती है।
इसके अलावा आपको यह भी बताना होता है कि आप कौन सी बंदूक लेना चाहोगे और इसका उपयोग आप क्या करना चाहते हो।यह सब जानकारियां देने के बाद ही आपको भारतीय मजिस्ट्रेट और डिप्टी कमिश्नर द्वारा बंदूक की लाइसेंस की जिम्मेदारी देने जाती है।
Conclusion
भारत देश है वैसे तो हर किसी के पास बंदूक नहीं होता परंतु जिसके पास होता है वह अपने बंधुक का रोब दिखाकर के लोगों को परेशान करते हैं।परंतु लोगों के पास इसका लाइसेंस होना भी उतना ही ज्यादा जरूरी है जितना कांटा उनके पास अपनी सुरक्षा होना। ज्यादातर लोग बंदूक रखना इसलिए भी पसंद करते हैं क्योंकि यह उनकी गर्व को बढ़ाता है और उन्हें लोगों में ज्यादा प्रंसित करता है। वैसे तो लोगों को बंदूक का लाइसेंस देना कानून और सरकार का काम है परंतु वे लोग उस लाइसेंस की मदद से कुछ अपराध जैसे कार्य भी करने लगते हैं यह सब की देखरेख करना भी सरकार की जिम्मेदारी ही है।